मंदा नहीं हो रहा कोयला का काला धंधा

संजय सिन्हा,
धनबाद/निरसा: जिले में मंदा नहीं हो रहा कोयले का काला धंधा। बड़े पैमाने पर डिस्को पेपर के माध्यम से अवैध कोयला कारोबार जारी है। डिस्को पेपर का धंधा को पुराना सिंडिकेट ही अंजाम दे रहा है। जिले के कोने-कोने में जिस तरह बेखौफ कोयला का धंधा चल रहा है, उससे खाकी और खादी की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता। बताते है कि डिस्को पेपर के धंधे में प्रतिदिन जिले में चार से पांच करोड़ का हो रहा अवैध कोयले का कारोबार। पंश्चिम बंगाल से चोरी का कोयला धनबाद के हार्डकोक, साॅफ्ट कोक भट्ठों और कोयला डिपों में खपाया जा रहा है। पंश्चिम बंगाल की सीमा से संगठित गिरोह द्वारा झारखंड की सीमा में एक बार फिर बड़े पैमाने पर कोयला का अवैध कारोबार शुरू किया गया है।

बतादे कि पंश्चिम बंगाल के मांझी उर्फ लाला ही डिस्को पेपर का प्रमुख सरगना है। प्रमुख सरगना ही डीएसपी से लेकर डीजी तक को मैंनेज करता है। बतादे कि कुल्टी निवासी के तिवारी और आसनसोल निवासी अल्ला राखा सिपाही से लेकर दारोगा तक को मंैनेज करता है। बतादे कि डिस्को पेपर पुलिस विभाग के वरीय अधिकारियों का बेजोड़ गठजोड़ बन चुका है जो किसी भी कीमत पर रूकने नही देना चाहते। बतादे कि डिस्को पेपर से प्राप्त होने वाले करोड़ों रूपए की हिस्सेदारी मैथन से लेकर धनबाद, रांची तक के बड़े-बड़े पुलिस अधिकारियों तक पहंुचाई जा रही है। बतादे कि स्थानीय स्तर पर छोटे-बड़े राजनीतिक दल के कार्यकर्ता एवं कुछ पत्रकारों को इसकी हिस्सेदारी भी मिल रही है। इस कारण सभी लोग मौन है। बतादे कि अवैध कोयला कारोबार पंश्चिम बंगाल के रानीगंज, आसनसोल, बांकुड़ा, पुरूलिया क्षेत्र में खुलेआम दिन के उजाले में लाखों टन कोयले का अवैध उत्खनन किया जा रहा है।

बतादे कि पंश्चिम बंगाल के मुखिया के भतीजा की देख-रेख में पंश्चिम बंगाल में कोयले का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। बतादे कि पंश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर चल रहे अवैध उत्खनन कर हजारों टन कोयला कोलकाता के मंडियों के साथ-साथ झारखंड़ के मैथन से लेकर निरसा-राजगंज तक के दर्जनों भट्ठों में खपाया जा रहा है। बतादे कि पंश्चिम बंगाल की सीमा से संगठित गिरोह द्वारा झारखंड की सीमा में एक बार फिर बड़े पैमाने पर कोयला का अवैध कारोबार शुरू कर दी गयी है। बतादे कि ‘बिरसा टाइम्स’ में लगातार कोयला के अवैध कारोबार को लेकर समाचार छपने के बाद बंगाल से अवैध कोयला झारखंड में आना लगभग बंद हो गया था, लेकिन अब पुराने सिडिंकेट द्वारा ही पुनः कारोबार शुरू कर दी गयी है।

बतादे कि पंश्चिम बंगाल से चोरी का कोयला धनबाद जिले के मैथन से लेकर निरसा, कालूबथान, गोविन्दपुर, बरवाअड्डा आदि क्षेत्र के हार्डकोक, साॅफ्ट कोक भट्ठों और कोयला डिपो में खपाया जा रहा है। बंगाल के कोयला तस्करों का गिरोह झारखंड के छोटे से लेकर बड़े पुलिस अधिकारियों के अलावे सफेदपोशों, तथाकथित कुछ कलमबाजों की मिलीभगत से करीब दस दिनों से जोर-शोर से यह धंधा चल रहा है। जानकारों की मानें तो बंगाल से प्रतिदिन हजारों टन अवैध कोयला पहुंच रहा है। बतादे कि कोयले के अवैध कारोबारियों ने यह प्रचारित किये हुए हैं कि धनबाद से लेकर रांची तक सेटिंग कर धंधा शुरू किया गया है।

बतादे कि पंश्चिम बंगाल से बड़े पैमाने पर चोरी का कोयला डिस्को पेपर के सहारे धनबाद जिले के मैथन, मुगमा, निरसा, कालूबथान, बलियापुर, गोविन्दपुर, सिन्द्री, बरवाअड्डा के कई हार्डकोक भट्ठों, साॅफ्ट कोक भट्ठों, गुल भट्ठों व कोयला डिपों में खपाया जा रहा है। इस खेल में रांची में बैठे एक बड़े पुलिस अधिकारी के ही इशारे पर शुरू की गयी हैं खेल। बतादे कि उक्त बड़े अधिकारी को मिलती हैं करोड़ों रूपए की घुस। बतादे कि क्षेत्र में यह भी चर्चा है कि इस खेल में एक मंत्री भी शामिल है। बताते है कि बंगाल के कुख्यात कोयला तस्करों का सिंडिकेट ही कोयला की आपूर्ति करता है। बतादे कि इस सिंडिकेट में निरसा के तथाकथित कोयला तस्कर भी शामिल है। बताते है कि बंगाल के कोयला तस्करों का गिरोह धनबाद के पुलिस अधिकारियों व सफेदपोश लोगों की मिलीभगत से करीब दस दिनों से जोर-शोर से यह धंधा चल रहा है।

जानकारों की माने तो बंगाल से प्रतिदिन एक सौ ट्रªक चोरी का कोयला धनबाद जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में पहुंच रहा है। बतादे कि अवैध कोयले के कारोबारियों का सिंडिकेट यह प्रचारित किये हुए है कि रांची से लेकर धनबाद तक के बड़े-बड़े पुलिस अधिकारियों व नेताओं तक को सेटिंग कर धंधा चलवाया जा रहा हैं, जिसके कारण क्षेत्र में कोई माई का लाल नही रोक सकता है। बतादे कि बंगाल का चोरी का कोयला का खेल में टीमएमसी के अलावा बीजेपी के बड़े-बड़े नेताओं का समर्थन मिला हुआ है।

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